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भगत सिंह टू चे ग्‍वारा और ई-रिक्शा ड्राइवर से इंजीनियर तक… ये है संसद के चारों घुसपैठियों की कहानी

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<p style="text-align: justify;">संसद की सुरक्षा में बुधवार (13 दिसंबर) को हुई सेंधमारी की घटना में शामिल छह में से पांच आरोपियों को पकड़ लिया गया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 6 लोगों ने साजिश रची थी, जिसके तहत घटना को अंजाम दिया. संसद में सेंधमारी करने वाले ये 6 लोग चार साल से एक-दूसरे को जानते थे. सोशल मीडिया के जरिए ये एक-दूसरे से कनेक्टेड थे. संसद आने से पहले उन्होंने रेकी की थी.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;">सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे, नीलम वरमाहस, ललित झा और विशाल ने इस घटना की प्लानिंग की थी. सभी आरोपी देश के अलग-अलग कोने से हैं. रिक्शा ड्राइवर से लेकर ईंजीनियर तक इस साजिश में शामिल हैं. आइए जानते हैं कौन हैं संसद के ये घुसपैठिए-</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>12वीं तक पढ़ा है अमोल शिंदे</strong><br />मुंबई से 523 किमी दूरी पर लातुर जिले के जारी बुद्रुक में अमोल शिंदे का परिवार रहता है. उसके माता पिता खेती करते हैं और उन्हें बुधवार की घटना के बारे में तब पता चला जब पुलिस उनके घर पहुंची. अमोल ने 12वीं तक की पढ़ाई की है और फिलहाल बेरोजगार है. वह सेना में भर्ती होना चाहता और बीते शनिवार को वह यह कहकर घर से निकला था कि दिल्ली पुलिस भर्ती के लिए जा रहा है. उसके माता पिता ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि तभी से उसका फोन स्विच ऑफ था. अमोल की मां ने कहा कि वह नौकरी न होने की वजह से काफी परेशान रहता था. गांव की सरपंच सुरेखा सुरवासे ने बताया कि अमोल अनुसूचित जाति से है और उन्हें सरकारी की हाउसिंग स्कीम के तहत एक छोटा सा घर अलॉट है और अमोल का बड़ा भाई शहरों में चिनाई का काम करता है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>HTET क्वालिफाई है आरोपी नीलम</strong><br />दूसरी आरोपी नीलम वरमाहस हरियाणा के जींद जिले के गाशो खुर्द गांव की रहने वाली है. स्वतंत्रता सेनानी आजाद भगत सिंह से प्रभावित होकर वह खुद को नीलम आजाद बताती हैं. नीलम भी बेरोजगारी से परेशान हैं. उन्होंने हरियाणा टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (HTET) भी क्लियर किया है, लेकिन अभी तक टीचर के तौर पर उनकी नौकरी नहीं लगी. इस वजह से वह सरकार से नाराज है. किसान आंदोलन, महिला रेसलरों के प्रोटेस्ट समेत विभिन्न विरोध प्रदर्शनों में भी शामिल रही है. नीलम ओबीसी कैटेगरी से हैं और उनको क्रांतिकारी लड़की के नाम से भी जाना जाता है. HTET टेस्ट की मान्यता सात साल के लिए होती है. अगर कोई परीक्षा पास करता है तो उसके पास टीचर बनने के लिए सात साल का समय होता है और नीलम के HTET की मान्यता इस साल खत्म हो रही है और उसकी उम्र 37 साल है. उसके परिवार का कहना है कि नीलम ने उन्हें नहीं बताया कि वह दिल्ली मे हैं.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>रिक्शा चलाता है आरोपी सागर शर्मा</strong><br />तीसरा आरोपी सागर शर्मा रिक्शा ड्राइवर है और फ्रीडम फाइटर एवं क्यूबा के पूर्व उद्योग मंत्री चे ग्वेरा का फैन है. अपने सोशल मीडिया पर वह इन दोनों शख्सियतों के कोट्स पोस्ट करता है. सागर की उम्र 28 साल है, कल वह संसद में विजिटर्स गैलरी से सदन में कूद गया और फिर पीले रंग का धुआं उड़ाया. वह लखनऊ के रामनगर के आलमबाग का रहने वाला है. परिवार का कहना है कि वह यह बोलकर घर से निकला था कि दिल्ली में प्रोटेस्ट में हिस्सा लेने जा रहा है. सागर की मां का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि कैसे संसद का पास मिला. उनका कहना है कि सागर ने किसी गलत मकसद से ऐसा नहीं किया है. उसने दसवीं तक पढ़ाई की है और 2018 में वह बेंगलुरु में आटे की मिले में काम करता था, लेकिन 2020 में कोरोना महामारी के दौरन वापस लौट आया और अब यहां ई-रिक्शा चलाता है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>इंजीनियरिंग ग्रेजुएट है आरोपी मनोरंजन डी</strong><br />कर्नाटक के मैसुरु में रहने वाला मनोरंजन डी कंप्यूटर साइंस में इंजीनियर ग्रेजुएट है. संसद में धुआं फैलाने के लिए केन मनोरंजन ने ही खोला था. मनोरंजन के घर वालों का कहना है कि किताबों और घूमने का शौकीन हैं और उसका दिल बहुत अच्छा है. उन्होंने बताया कि मनोरंजन अपनी इच्छा से नौकरी नहीं की क्योंकि वह समाज के लिए काम करना चाहता था. कुछ समय के लिए उसने अपनी फैमिली बिजनेस के लिए काम किया था. स्थानीय पुलिस ने कहा कि हो सकता है कि फेसबुक पर भगत सिंह फैन पेज की वजह से हो सकता है कि वह इस साजिश का हिस्सा बना है और इसलिए वह मैसूर से दिल्ली इस साजिश में शामिल होने के लिए आया था. मनोरंजन सेंट स्टीफन कॉलेज से ग्रेजुएशन, मरिमल्लप्पा हाई स्कूल से स्कूल की पढ़ाई और बेंगुलुरु इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>क्या हुआ था संसद में?</strong><br />पुलिस ने बताया कि प्लानिंग के तहत सागर शर्मा और मनोरंजन डी शून्यकाल के दौरान दर्शक दीर्घा से लोकसभा में कक्ष कूद गए और उन्होंने केन से पीली गैस उड़ाते हुए नारेबाजी की. उसी समय संसद भवन के बाहर अमोल शिंदे और नीलम ने केन से लाल और पीले रंग का धुआं फैलाते हुए ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ बोलते हुए नारे लगाए. सागर, मनोरंजन, अमोल और नीलम अब पुलिस हिरासत में हैं. &nbsp;वहीं, पांचवें आरोपी विशाल को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. संसद पहुंचने से पहले ये चारों विशाल के घर पर ही रुके थे. छठा आरोपी ललित फरार है.</p>
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